
गरिमा पाल को गोल्ड मेडल एवं कुलपति मेडल से सम्मानित
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। शिक्षा और उत्कृष्टता के क्षेत्र में एक और प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। श्यामा तिवारी महाविद्यालय तिनहरी, परसूपुर-मऊ की प्रतिभाशाली छात्रा गरिमा पाल ने सत्र 2025 में परास्नातक (कला संकाय) हिन्दी विषय में असाधारण प्रदर्शन करते हुए महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए। उनके उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन के चलते उन्हें विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल और कुलपति मेडल से सम्मानित किया गया।
गरिमा पाल की उपलब्धि: एक प्रेरक कहानी
गरिमा पाल ने अपने शैक्षणिक जीवन में कठिन परिश्रम और लगन के साथ सफलता के कई मुकाम हासिल किए हैं। श्यामा तिवारी महाविद्यालय तिनहरी परसूपुर मऊ के हिन्दी विभाग की यह छात्रा, न केवल अपनी कक्षा में बल्कि पूरे विश्वविद्यालय में अपने प्रदर्शन के लिए जानी जाती है। उनके उत्कृष्ट अंकों और निरंतर मेहनत ने उन्हें यह गोल्ड मेडल और कुलपति मेडल प्राप्त करने का गौरव दिलाया।
इस उपलब्धि ने न केवल गरिमा पाल के परिवार को गर्वित किया है, बल्कि श्यामा तिवारी महाविद्यालय तिनहरी परसूपुर मऊ की प्रतिष्ठा को भी और ऊँचा किया है। शैक्षणिक क्षेत्र में ऐसी उपलब्धियाँ किसी भी महाविद्यालय और छात्रा के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती हैं।
श्यामा तिवारी महाविद्यालय का गौरव
श्यामा तिवारी ग्रुप ऑफ कॉलेज तिनहरी परसूपुर मऊ ने गरिमा पाल की इस उपलब्धि पर हृदय से बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। महाविद्यालय प्रशासन ने कहा कि गरिमा पाल की मेहनत और लगन न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए, बल्कि महाविद्यालय की प्रतिष्ठा और समग्र शिक्षा क्षेत्र के लिए भी मिसाल है।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य और प्राचार्य ने इस अवसर पर कहा, “गरिमा पाल ने जिस प्रकार से अपने अध्ययन और शोध के क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाई है, वह अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हम उन्हें उज्ज्वल भविष्य की कामनाओं के साथ ढेरों शुभकामनाएँ देते हैं।”
महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ में द्वितीय दीक्षांत समारोह
महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ ने हाल ही में अपना द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित किया, जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इस समारोह में गरिमा पाल ने हिन्दी विषय में अपने सर्वाधिक अंकों के प्रदर्शन के चलते गोल्ड मेडल और कुलपति मेडल हासिल किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी गरिमा पाल की उपलब्धि की सराहना की और उन्हें भविष्य में और अधिक उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कुलपति ने कहा, “गरिमा पाल जैसी छात्राओं की मेहनत और समर्पण विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को और मजबूत बनाता है।”
गरिमा पाल: प्रेरणा का प्रतीक
गरिमा पाल की यह उपलब्धि शिक्षा क्षेत्र में न केवल छात्राओं के लिए बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए प्रेरणा का प्रतीक है। उनकी मेहनत, लगन और उत्कृष्टता ने यह साबित कर दिया कि अगर आत्म-विश्वास और समर्पण के साथ पढ़ाई की जाए तो सफलता निश्चित है।
गरिमा पाल की उपलब्धि यह संदेश भी देती है कि शिक्षा केवल ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सम्मान, मान्यता और भविष्य की संभावनाओं का द्वार भी खोलती है।
श्यामा तिवारी महाविद्यालय का योगदान
श्यामा तिवारी महाविद्यालय तिनहरी परसूपुर मऊ ने हमेशा अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सशक्त शैक्षणिक मार्गदर्शन और व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया है। गरिमा पाल की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया कि महाविद्यालय अपने छात्रों को सिर्फ शिक्षा ही नहीं, बल्कि सफलता के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और अवसर भी प्रदान करता है।
महाविद्यालय प्रशासन ने कहा कि भविष्य में भी हम इसी प्रकार के प्रतिभाशाली छात्रों को प्रोत्साहित करेंगे और उन्हें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए हर संभव मार्गदर्शन देंगे।
गरिमा पाल की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार और महाविद्यालय के लिए गौरव का विषय है, बल्कि पूरे शिक्षा जगत के लिए प्रेरक संदेश है। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ में गोल्ड मेडल और कुलपति मेडल से सम्मानित होना यह दर्शाता है कि मेहनत, लगन और अनुशासन से कोई भी छात्र उच्चतम स्तर की सफलता प्राप्त कर सकता है।
श्यामा तिवारी ग्रुप ऑफ कॉलेज तिनहरी परसूपुर मऊ की ओर से गरिमा पाल को उज्ज्वल भविष्य की कामनाओं के साथ हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी गई हैं। यह उपलब्धि न केवल गरिमा पाल के लिए, बल्कि पूरे महाविद्यालय और क्षेत्रीय शिक्षा प्रणाली के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत है।
