
📰 संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट से एक बार फिर चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मानिकपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत डोडा माफी में डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा का बड़ा मामला उजागर हुआ है। ग्राम प्रधान मुनीवा और सचिव वीरेंद्र सिंह की मिलीभगत से सरकारी धन का मनमाने तरीके से बंदरबांट किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, कई निर्माण कार्यों का भुगतान पहले कर दिया गया, जबकि कार्य बाद में शुरू किए गए।
अंत्येष्टि स्थल निर्माण में डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा का बड़ा खेल
ग्राम पंचायत डोडा माफी में अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कार्य डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा का प्रमुख उदाहरण बन गया है। यहां स्थानीय पहाड़ों की खनिज सामग्री का उपयोग करते हुए बिना अनुमति के निर्माण कराया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि अंत्येष्टि स्थल का भुगतान शिवम ट्रेडर्स के नाम पर पहले ही कर दिया गया, जबकि निर्माण कार्य बाद में शुरू हुआ।
शिवम ट्रेडर्स, जो सप्लायर बृजेंद्र यादव की फर्म है, को 6,36,704 रुपए का भुगतान कर दिया गया है। यह रकम कार्य की प्रगति से पहले ही जारी की गई। इस पूरे डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा में एमएम-11 (रवन्नो) की चोरी और सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के आरोप लग रहे हैं।
सचिव और तकनीकी सहायक की मिलीभगत से हो रहा फर्जीवाड़ा
सचिव वीरेंद्र सिंह, तकनीकी सहायक सुशील यादव और सप्लायर बृजेंद्र यादव की मिलीभगत से डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा लगातार बढ़ रहा है। इन सभी पर शासन के निर्देशों की अनदेखी करने, फर्जी बिलिंग करने और घटिया निर्माण सामग्री उपयोग करने के आरोप हैं।
ग्राम प्रधान और सप्लायर के बीच सांठगांठ
ग्राम प्रधान मुनीवा और सचिव वीरेंद्र सिंह के बीच गहरी मिलीभगत के चलते डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा जैसे कई घोटाले हो रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, शिवम ट्रेडर्स और बजरंग ट्रेडर्स के नाम पर बार-बार भुगतान दिखाया गया है।
सप्लायर बृजेंद्र यादव, जो कभी फोटो कॉपी की दुकान चलाते थे, अब करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन गए हैं। यह डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा का प्रत्यक्ष उदाहरण माना जा रहा है। मानिकपुर में उनके दो आलीशान मकान, कई प्लांट और एक स्कॉर्पियो वाहन भी हैं।
मानिकपुर ब्लॉक की कई पंचायतें फर्जीवाड़े की चपेट में
केवल ग्राम पंचायत डोडा माफी ही नहीं, बल्कि बगरेही, सेमरदहा, अहिरा, मगरहाई, रुकमा खुर्द, करका पड़रिया, ऐलहा बढ़ैया और किहुंनियां जैसी ग्राम पंचायतों में भी डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा जैसे ही घोटाले सामने आ रहे हैं। इन पंचायतों में शिवम ट्रेडर्स के नाम पर करोड़ों के भुगतान किए गए हैं।
बजरंग ट्रेडर्स के नाम पर भी मनमानी
मेसर्स बजरंग ट्रेडर्स के प्रोपराइटर पंकज जायसवाल द्वारा भी डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा जैसे कारनामे किए जा रहे हैं। जलधारा गढ्ढों, हैंडपंप सामग्री और निर्माण कार्यों के भुगतान इन्हीं के नाम पर किए गए हैं। कुछ समय पहले पंकज जायसवाल के प्लांट में जुआरियों को पकड़कर पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया था।
जनप्रतिनिधि और भ्रष्टाचार का गठजोड़
पंकज जायसवाल, जो नगर पंचायत मानिकपुर के सभासद हैं, पर भ्रष्टाचार और जुआ खिलाने के आरोप गंभीर हैं। अगर ऐसे जनप्रतिनिधि समाज में गलत उदाहरण पेश करेंगे, तो आम जनता का भरोसा प्रशासन से कैसे बना रहेगा? यह सवाल अब जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
सामुदायिक शौचालय की दुर्दशा और गौशाला में गड़बड़ी
ग्राम पंचायत डोडा माफी में सामुदायिक शौचालय की स्थिति बेहद खराब है। डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा के चलते यह शौचालय वर्षों से ध्वस्त पड़ा है, परंतु केयरटेकर का वेतन नियमित रूप से निकाला जा रहा है।
गौशाला, आरआरसी सेंटर और सीएससी केंद्र निर्माण में भी घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है। स्थानीय पहाड़ी सामग्री लगाकर कोरम पूरा किया जा रहा है, जिससे सरकारी धन का मनमाने ढंग से बंदरबांट हुआ है।
क्या होगी जांच या जारी रहेगा डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा?
ग्राम पंचायत डोडा माफी में डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा का मुद्दा अब चर्चा का विषय बन गया है। सवाल उठता है कि क्या जिला प्रशासन इस घोटाले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करेगा या फिर ग्राम प्रधान-सचिव और सप्लायरों की मनमानी यूं ही चलती रहेगी?
चित्रकूट के ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते जांच नहीं हुई, तो यह डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा भविष्य में और भी बड़े घोटालों का रास्ता खोल देगा।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा क्या है?
यह चित्रकूट जिले की ग्राम पंचायत डोडा माफी में हुए विकास कार्यों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है, जिसमें भुगतान पहले और कार्य बाद में किए गए हैं।
2. इस फर्जीवाड़े में किन लोगों के नाम सामने आए हैं?
ग्राम प्रधान मुनीवा, सचिव वीरेंद्र सिंह, तकनीकी सहायक सुशील यादव और सप्लायर बृजेंद्र यादव के नाम प्रमुख रूप से सामने आए हैं।
3. क्या जिला प्रशासन ने कोई जांच शुरू की है?
फिलहाल मामले की जांच की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा की जांच की मांग की है।
4. अन्य पंचायतों में भी क्या फर्जीवाड़ा हुआ है?
हाँ, मानिकपुर विकासखंड की कई अन्य पंचायतों — जैसे बगरेही, सेमरदहा, अहिरा, मगरहाई और रुकमा खुर्द — में भी इसी तरह के भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं।
5. ग्रामीणों की क्या मांग है?
ग्रामीणों ने मांग की है कि डोडा माफी विकास कार्य फर्जीवाड़ा की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्यवाही की जाए।
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