Sunday, July 20, 2025
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जब मां की ममता और मजबूरी आमने-सामने हो गई — वायरल वीडियो ने दिल तोड़ दिया

गरीबी की मार झेलती एक मां का इमोशनल वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने बच्चे को रोता छोड़ स्टेज पर डांस करती दिखती है। यह वीडियो लोगों के दिलों को झकझोर रहा है।

 ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट 

इस दुनिया की सबसे क्रूर चीज़ अगर कोई है, तो वह है गरीबी। यह वह निर्मम सच्चाई है जो इंसान को मजबूरियों की ज़ंजीरों में जकड़कर ऐसा-ऐसा करवाती है, जो सामान्य हालातों में शायद कोई कल्पना भी न कर सके। हाल ही में एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने लाखों लोगों को भावुक कर दिया है।

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मां डांस कर रही, बच्चा पीछे रो रहा—मजबूरी का मार्मिक दृश्य

यह वायरल वीडियो संभवतः किसी लोकल ऑर्केस्ट्रा प्रोग्राम का है, जिसमें एक महिला स्टेज पर डांस कर रही है। लेकिन सबसे भावुक कर देने वाली बात यह है कि उसका छोटा बच्चा पीछे रोता हुआ नजर आता है। वह बार-बार अपनी मां की ओर बढ़ने की कोशिश करता है, मगर स्टेज पर मौजूद दूसरी लड़की उसे संभालती है ताकि कार्यक्रम में कोई व्यवधान न आए।

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इस दौरान मां इशारे से समझाती है—”थोड़ी देर और पकड़े रहो”। यह दृश्य दर्शाता है कि कैसे एक महिला अपने मां होने की भावनाओं को दबाकर रोज़गार के लिए मजबूरन स्टेज पर डांस कर रही है।

यूज़र्स बोले—इस मां ने अपने कलेजे पर पत्थर रखा होगा

यह वीडियो इंस्टाग्राम पर recordtodvideos नामक अकाउंट द्वारा साझा किया गया है। अब तक इसे हजारों लोग देख चुके हैं और दिल से जुड़ी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा: “इस वीडियो को देखने के बाद मेरी आंखों से आंसू निकल आए।”

दूसरे ने लिखा: “इस मां ने अपने कलेजे पर पत्थर रखा होगा।”

एक और ने लिखा: “गरीबी इंसान को कहां से कहां ले जाती है, यह उसका सबसे बड़ा सबूत है।”

गरीबी की सच्चाई—मां बनाम मज़बूरी

इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर सिर्फ वायरल ट्रेंड नहीं बनाया, बल्कि यह एक सामाजिक बहस की शुरुआत भी कर चुका है। सवाल उठ रहा है कि क्यों एक मां को अपने रोते हुए बच्चे को छोड़कर स्टेज पर डांस करने के लिए मजबूर होना पड़ता है? क्या हमारे समाज में इतनी भी व्यवस्था नहीं कि एक मां अपने बच्चे की देखभाल के साथ-साथ सम्मानजनक रोजगार कर सके?

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गरीबी—एक ऐसी क्रूर परिस्थिति

सरल शब्दों में कहें तो गरीबी एक ऐसी अवस्था है, जो व्यक्ति को उसकी मूलभूत आवश्यकताओं से भी वंचित कर देती है। यह न सिर्फ आर्थिक संकट लाती है बल्कि भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक स्तर पर भी व्यक्ति को तोड़ देती है। इस वीडियो में मां की ममता और उसकी आर्थिक मजबूरी का संघर्ष हर दर्शक को सोचने पर मजबूर कर देता है।

क्या यह सिर्फ एक वीडियो है?

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नहीं, यह सिर्फ एक वीडियो नहीं है—यह हमारे समाज की असली तस्वीर है। जहां एक ओर हम डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत की बातें करते हैं, वहीं दूसरी ओर आज भी हजारों महिलाएं ऐसी हैं जो अपने बच्चों को गोद में लेने की जगह काम के लिए मजबूरी में उन्हें आंसुओं के साथ छोड़ देती हैं।

यह वायरल वीडियो सिर्फ एक महिला की मजबूरी की झलक नहीं, बल्कि समाज के हर उस तबके की कहानी है, जो रोज़ अपनी भावनाओं को कुचलकर ज़िंदगी की गाड़ी खींचता है। ज़रूरत है कि हम इस मार्मिक दृश्य को सिर्फ देखकर भावुक न हों, बल्कि नीतियों और समाज के स्तर पर बदलाव की दिशा में कदम उठाएं, ताकि कोई मां यूं अपने बच्चे को रोता छोड़ स्टेज पर नाचने के लिए मजबूर न हो।

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