
📰 अंजनी कुमार त्रिपाठी की प्रस्तुति
भारत ने चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 48 रनों से हराकर श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली है। भारतीय गेंदबाजों ने करारा ओवल की धीमी पिच पर सटीक लाइन-लेंथ और विविधता का शानदार प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया की टीम 18.2 ओवर में 119 रनों पर ढेर हो गई।
ऑस्ट्रेलिया: 119 (18.2 ओवर) — मिचेल मार्श 30, मैथ्यू शॉर्ट 25
भारत जीता: 48 रनों से | सीरीज स्थिति: भारत 2-1 आगे
भारत की पारी: शुभमन गिल ने दी ठोस शुरुआत
टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। शुरुआती झटकों के बावजूद भारतीय बल्लेबाजों ने संयम से खेल दिखाया। शुभमन गिल ने एक बार फिर जिम्मेदारी निभाते हुए 39 गेंदों पर 46 रन बनाए, जिसमें चार चौके और एक छक्का शामिल था।
गिल के साथ ओपनिंग कर रहे अभिषेक शर्मा ने भी 28 रनों का योगदान दिया। दोनों ने पावरप्ले में टीम को 50 रन तक पहुँचाया। मध्यक्रम में रिंकू सिंह और शिवम दुबे ने पारी को आगे बढ़ाया, जबकि अंत में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 10 गेंदों पर 20 रन की तेजतर्रार पारी खेली।
भारत की पारी 20 ओवरों में 167/8 पर समाप्त हुई। यह स्कोर भले बहुत बड़ा नहीं था, लेकिन पिच की प्रकृति को देखते हुए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ।
गेंदबाजी में कमाल: वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल का जलवा
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज शुरुआत में मजबूत दिखाई दिए। कप्तान मिचेल मार्श (30 रन) और मैथ्यू शॉर्ट (25 रन) ने पहले विकेट के लिए 43 रन जोड़े। लेकिन इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने मैच की दिशा पलट दी।
वाशिंगटन सुंदर ने अपने चार ओवरों में तीन विकेट झटके और महज़ 3 रन दिए। उनके स्पेल ने ऑस्ट्रेलियाई पारी की रीढ़ तोड़ दी। अक्षर पटेल ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 2 विकेट लिए।
शिवम दुबे ने बीच के ओवरों में दो महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए, जबकि जसप्रीत बुमराह और वरुण चक्रवर्ती ने एक-एक विकेट लेकर काम पूरा किया। पूरी टीम ने सामूहिक प्रयास से ऑस्ट्रेलिया को 119 रनों पर समेट दिया।
ऑस्ट्रेलिया की पारी: सात विकेट 28 रन पर गिरे
ऑस्ट्रेलिया के लिए शुरुआती साझेदारी के बाद सब कुछ बिखर गया। मिचेल मार्श के आउट होने के बाद टीम के बल्लेबाजों ने बेतरतीब शॉट खेलते हुए लगातार विकेट गंवाए। भारत के स्पिनर सुंदर और अक्षर ने ऑस्ट्रेलिया के मिडल ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया।
ग्लेन मैक्सवेल, टिम डेविड और मैथ्यू वेड जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी टिक नहीं पाए। ऑस्ट्रेलिया के आखिरी सात विकेट मात्र 28 रनों के अंदर गिर गए।
कप्तान सूर्यकुमार यादव की समझदारी भरी कप्तानी
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने न सिर्फ बल्लेबाजी में त्वरित रन जोड़े, बल्कि कप्तानी में भी शानदार निर्णय लिए। उन्होंने गेंदबाजी में लगातार बदलाव किए और सही समय पर डीआरएस लेकर विपक्ष को दबाव में रखा।
मैच के बाद सूर्यकुमार यादव ने कहा — “हमारी टीम ने एक यूनिट की तरह खेला। हर खिलाड़ी ने अपनी भूमिका निभाई। गेंदबाजों ने कमाल कर दिया।”
मैच का टर्निंग प्वाइंट
मैच का निर्णायक मोड़ 10वें से 15वें ओवर के बीच आया जब वाशिंगटन सुंदर ने मार्श और टिम डेविड को आउट किया। इस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 70/2 से गिरकर 89/6 हो गया। वहीं फील्डिंग में अरशदीप सिंह और रिंकू सिंह के शानदार कैच भी मैच में महत्वपूर्ण साबित हुए।
मैन ऑफ द मैच और प्रमुख प्रदर्शन
- मैन ऑफ द मैच: वाशिंगटन सुंदर (3 विकेट, इकोनॉमी 0.75)
- सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज: शुभमन गिल — 46 रन (39 गेंदें)
- सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज: अक्षर पटेल — 2/20 (4 ओवर)
पिच रिपोर्ट और मौसम का प्रभाव
कैरारा ओवल की पिच शुरुआत में बल्लेबाजों के लिए आसान थी लेकिन रात बढ़ने के साथ स्पिनरों को टर्न और बाउंस मिलने लगा। हवा में नमी बढ़ने के कारण गेंद पकड़ने में मुश्किलें थीं, पर भारतीय गेंदबाजों ने शानदार नियंत्रण दिखाया। मौसम साफ रहा और मैच बिना रुकावट संपन्न हुआ।
सीरीज का हाल और आगे की संभावना
इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली है। अब अंतिम टी20 मुकाबला 8 नवम्बर को ब्रिसबेन के ‘द गब्बा’ स्टेडियम में खेला जाएगा। अगर भारत यह मैच जीतता है, तो वह 3-1 से सीरीज अपने नाम करेगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया अब केवल बराबरी की उम्मीद रख सकता है।
टीम इंडिया के लिए यह जीत विदेशी सरजमीं पर मनोबल बढ़ाने वाली रही। युवा खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी से प्रदर्शन किया और टीम के स्पिन डिपार्टमेंट ने ऑस्ट्रेलिया की कमजोरियों का फायदा उठाया।
क्या सिखा गया यह मुकाबला?
यह मैच भारतीय टीम के संतुलन और गहराई का प्रमाण रहा। शुभमन गिल ने पारी को सहेजा, सूर्यकुमार ने फिनिश किया और गेंदबाजों ने योजनाबद्ध तरीके से काम किया। ऑस्ट्रेलिया के लिए मध्यक्रम चिंता का विषय बना हुआ है — मैक्सवेल और टिम डेविड फॉर्म में नहीं दिखे।
भारत के लिए सबसे सुखद पहलू रहा गेंदबाजों का संयम और विकेट लेने की निरंतर क्षमता। वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल ने दिखाया कि विदेशी परिस्थितियों में भी भारतीय स्पिन ताकतवर है।
भारत ने चौथे टी20 में ऑस्ट्रेलिया को हराकर न केवल श्रृंखला में बढ़त बनाई, बल्कि अपनी बेंच स्ट्रेंथ और रणनीतिक तैयारी का भी मजबूत संदेश दिया। इस जीत ने टीम इंडिया को आगामी टी20 वर्ल्ड कप से पहले आत्मविश्वास प्रदान किया है। अब नज़रें ब्रिसबेन के निर्णायक मुकाबले पर होंगी जहाँ भारत सीरीज पर कब्जा जमाने की कोशिश करेगा।