दिन में फरार, रात में एनकाउंटर : फिरोजाबाद की 2 करोड़ की लूट का मास्टरमाइंड नरेश पुलिस मुठभेड़ में ढेर

फिरोजाबाद में 2 करोड़ की लूट का मास्टरमाइंड नरेश पुलिस गिरफ्त में, डीआईजी आगरा की टीम द्वारा गिरफ्तारी के बाद मीडिया के सामने पेश

दिन में फरार रात में एनकाउंटर — फिरोजाबाद में थ्रिलर जैसी वारदात

समाचार दर्पण 24.कॉम की टीम में जुड़ने का आमंत्रण पोस्टर, जिसमें हिमांशु मोदी का फोटो और संपर्क विवरण दिया गया है।
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250922_085217_0000
Schools Poster in Light Pink Pink Illustrative Style_20250922_085125_0000
Blue Pink Minimalist Modern Digital Evolution Computer Presentation_20250927_220633_0000
Red and Yellow Minimalist Truck Services Instagram Post_20251007_223120_0000
Red and Black Corporate Breaking News Instagram Post_20251009_105541_0000
समाचार दर्पण 24 टीम जॉइनिंग पोस्टर – राजस्थान जिला ब्यूरो आमंत्रण
Light Blue Modern Hospital Brochure_20251017_124441_0000
IMG-20251019-WA0014
Picsart_25-10-21_19-52-38-586
previous arrow
next arrow

 

नरेश ठाकुर की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के मक्खनपुर क्षेत्र में रविवार को दिनभर एक फिल्मी सस्पेंस जैसा दृश्य देखने को मिला। दिन में फरार, रात में एनकाउंटर — यही वाक्य इस घटना का सार बताता है। पुलिस अभिरक्षा से फरार हुआ 2 करोड़ रुपये की लूट का मास्टरमाइंड नरेश अंततः रात में मुठभेड़ में मारा गया।

🔶 2 करोड़ की सनसनीखेज लूट और नरेश का नाम

30 सितंबर को फिरोजाबाद के मक्खनपुर क्षेत्र में 2 करोड़ रुपये की लूट ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी थी। पुलिस जांच में सामने आया कि इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड नरेश था, जो अलीगढ़ के खैर क्षेत्र का रहने वाला था।

डीआईजी आगरा शैलेश पांडेय ने नरेश पर ₹50,000 का इनाम घोषित कर रखा था। शनिवार देर शाम पुलिस ने नरेश समेत उसके गिरोह के पांच अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की थी। उनके पास से ₹1 करोड़ 5 हजार रुपये की नकदी बरामद की गई थी।

🔷 कोर्ट ले जाने से पहले हुई फरारी

रविवार शाम पुलिस टीम को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करना था, लेकिन उससे पहले पुलिस को सूचना मिली कि लूटी गई रकम में से अभी कुछ हिस्सा बाकी है। इस सूचना के आधार पर पुलिस नरेश को अलीगढ़ के खैर इलाके में बरामदगी के लिए ले गई।

इसे भी पढें  बुझ गए 24 दीपक : छिंदवाड़ा के उन चिरागों की बुझी हुई दीपावली

वहां नरेश की निशानदेही पर करीब ₹20 लाख की नकदी और बरामद की गई। लेकिन जब पुलिस टीम उसे आगे की बरामदगी के लिए दूसरे स्थान पर ले जा रही थी, तभी नरेश ने शौच जाने का बहाना बनाया। पुलिस ने उसे मक्खनपुर के गांव घुनपई के पास सर्विस रोड किनारे रोका, और तभी नरेश ने मौका पाकर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।

🔶 पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

दिन में फरार रात में एनकाउंटर वाली इस वारदात ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया।

पुलिस ने तुरंत सघन चेकिंग अभियान चलाया, कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन नरेश का कोई सुराग नहीं मिला। डीआईजी आगरा ने खुद मामले की मॉनिटरिंग शुरू की और पुलिस टीमें मक्खनपुर, खैर और आसपास के इलाकों में फैला दी गईं।

🔷 रात आठ बजे हुई मुठभेड़, चली 20 मिनट तक गोलियां

रात करीब आठ बजे पुलिस को सूचना मिली कि नरेश मक्खनपुर बाईपास स्थित होटल डीएमआर के पास देखा गया है। पुलिस ने घेराबंदी की, तभी नरेश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।

एक गोली पुलिसकर्मी अनुज चौधरी के बुलेटप्रूफ जैकेट में धंस गई, जबकि थाना रामगढ़ प्रभारी संजीव दुबे को गोली लग गई और वे घायल हो गए। लगभग 20 मिनट चली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग में नरेश को ढेर कर दिया। पुलिस की गोली नरेश के सीने में लगी।

इसे भी पढें  बृजभूषण शरण सिंह जनता दर्शन के बाद खूब भड़के राहुल गाँधी पर, क्या क्या नही कहा❓

🔶 एनकाउंटर के बाद डीआईजी ने दी टीम को ₹50,000 की इनामी राशि

दिन में फरार रात में एनकाउंटर की इस फिल्मी कहानी के अंत में पुलिस ने राहत की सांस ली। डीआईजी शैलेश पांडेय ने एनकाउंटर में शामिल टीम को ₹50,000 का इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नरेश जैसे दुर्दांत अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

डीआईजी के अनुसार, “पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए इस ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों को सम्मानित किया जाएगा। इस मामले की जांच उच्च स्तर पर जारी है ताकि कोई भी तथ्य छूट न जाए।”

🔷 लूटकांड की पूरी कहानी

घटना तिथि: 30 सितंबर

स्थान: मक्खनपुर क्षेत्र, फिरोजाबाद

लूटी गई रकम: लगभग ₹2 करोड़

गिरफ्तारी: 5 आरोपी + मास्टरमाइंड नरेश

बरामद रकम: ₹1 करोड़ 25 लाख

नरेश का ठिकाना: अलीगढ़ के खैर क्षेत्र में

इनाम: ₹50,000

अंजाम: पुलिस मुठभेड़ में मारा गया नरेश

🔶 अपराधी का सफाया, पर पुलिस पर उठे सवाल

हालांकि पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की, लेकिन दिन में फरार रात में एनकाउंटर की इस घटना ने पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी खड़े किए हैं।

आख़िर एक इतना बड़ा आरोपी पुलिस अभिरक्षा से फरार कैसे हो गया? क्या सुरक्षा में लापरवाही हुई थी या यह एक सोची-समझी रणनीति थी? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में जांच से मिल सकते हैं।

इसे भी पढें  सरकारी हैंडपंप पर अवैध कब्जा : गहराता संकट के बीच प्रशासन की भूमिका सवालों में

🔷 जनता में मिश्रित प्रतिक्रियाएं

फिरोजाबाद और अलीगढ़ में इस मुठभेड़ की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर दिन में फरार रात में एनकाउंटर ट्रेंड करने लगा।

कुछ लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की तो कुछ ने इसे संदिग्ध करार दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि नरेश का आतंक लंबे समय से फैला हुआ था और पुलिस की कार्रवाई ने लोगों को राहत दी है।

🔶 नरेश के गिरोह की तलाश जारी

डीआईजी ने बताया कि नरेश के गिरोह के बाकी सदस्यों से पूछताछ जारी है। पुलिस को शक है कि अभी भी कुछ रकम और हथियार छिपाए गए हैं।

दिन में फरार रात में एनकाउंटर के बाद पुलिस अब गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने में लगी है। खैर, मथुरा, आगरा और फिरोजाबाद में एक साथ सर्च ऑपरेशन चल रहा है।

फिरोजाबाद की यह घटना पुलिस और अपराधियों के बीच दिमाग़ और बंदूक की जंग का जीवंत उदाहरण है।

दिन में फरार रात में एनकाउंटर — इस एक लाइन में सस्पेंस, अपराध, पुलिसिया एक्शन और न्याय — सब कुछ समाहित है।

मुठभेड़ में नरेश का अंत भले ही हो गया, लेकिन यह मामला आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली और सुरक्षा मानकों पर बड़ी बहस जरूर छेड़ेगा।

Samachar Darpan 24 का लोगो, हिंदी में लिखा है 'सच्ची खबरों का सबसे बड़ा सफर', नीचे वेबसाइट का नाम और दोनों ओर दो व्यक्तियों की फोटो।
समाचार दर्पण 24: सच्ची खबरों का सबसे बड़ा सफर

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
Scroll to Top