तो इस वजह से हुई बिलासपुर में भयंकर ट्रेन हादसा : बेगुनाहों ने गंवाई जान


हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट

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बिलासपुर रेल हादसा छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार 4 नवंबर की रात हुआ जब डेमू ट्रेन ने सिग्नल पार कर दिया और सामने से आ रही मालगाड़ी से जबरदस्त टक्कर हो गई. हादसा इतना भयंकर था कि 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए. रेलवे ने कहा कि यह दुर्घटना एक “मानवीय गलती” का परिणाम थी. इस छत्तीसगढ़ ट्रेन हादसे ने देशभर में रेलवे सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं.

डेमू ट्रेन ने सिग्नल तोड़ा, मालगाड़ी से हुई सीधी टक्कर

भारतीय रेलवे की शुरुआती जांच रिपोर्ट के अनुसार, डेमू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन ने खतरनाक स्थिति में सिग्नल पार किया. इसके कारण सामने से आ रही मालगाड़ी से भीषण टक्कर हो गई. टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि मेमू ट्रेन का पहला डिब्बा पूरी तरह पिचक गया और कई यात्री उसमें फँस गए. घटनास्थल से मिली तस्वीरों में ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरकर पूरी तरह मलबे में तब्दील दिखे.

रेलवे ट्रैक पर मलबा, राहत-बचाव में जुटी टीमें

बिलासपुर रेल हादसे के बाद ट्रैक पर घंटों अफरा-तफरी का माहौल रहा. रेलवे की इंजीनियरिंग टीम, NDRF और जिला प्रशासन ने मिलकर राहत-बचाव कार्य शुरू किया. कई डिब्बों को गैस कटर से काटकर अंदर फँसे यात्रियों को निकाला गया. रेलवे ने कहा कि ट्रैक की मरम्मत का कार्य तेज़ी से जारी है ताकि रेल यातायात बहाल किया जा सके.

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मुआवजे की घोषणा: घायलों को राहत राशि, मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता

रेलवे ने कहा है कि इस बिलासपुर ट्रेन हादसे में घायल हुए 20 यात्रियों को 50-50 हजार रुपये का मुआवज़ा दिया गया है. जबकि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. रेलवे मंत्रालय ने साफ किया कि मुआवज़े की प्रक्रिया तत्काल शुरू की गई है ताकि किसी भी पीड़ित परिवार को देरी का सामना न करना पड़े.

रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे जांच

रेल मंत्रालय ने कहा है कि इस छत्तीसगढ़ रेल दुर्घटना की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) स्तर पर की जाएगी. जांच में यह पता लगाया जाएगा कि सिग्नल फेल्योर हुआ था या ट्रेन चालक की गलती से यह हादसा हुआ. रेलवे बोर्ड के मुताबिक, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाएगी और सभी ज़ोन में नए निर्देश जारी किए जाएंगे.

घटना के बाद प्रभावित यात्रियों के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर

रेलवे ने प्रभावित यात्रियों और उनके परिवारों की सहायता के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:

  • बिलासपुर – 7777857335, 7869953330
  • चांपा – 8085956528
  • रायगढ़ – 9752485600
  • पेंड्रा रोड – 8294730162
  • कोरबा – 7869953330
  • उसलापुर – 7777857338
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रेलवे ने कहा है कि इन नंबरों पर 24 घंटे सहायता उपलब्ध है और परिजनों को तुरंत जानकारी दी जा रही है.

रद्द और डायवर्ट की गई ट्रेनें

इस बिलासपुर रेल हादसे के बाद कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है. सुरक्षा कारणों से रेलवे ने कई लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया है:

  • बिलासपुर-कोरबा मेमू लोकल ट्रेन (संख्या 68732)
  • कोरबा-बिलासपुर मेमू लोकल ट्रेन (संख्या 68731)
  • बिलासपुर-रायपुर मेमू लोकल ट्रेन (संख्या 68719)

साथ ही कुछ ट्रेनों को डायवर्ट रूट से चलाया जा रहा है ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो.

बेगुनाह यात्रियों ने गंवाई जान, सुरक्षा पर उठे सवाल

इस छत्तीसगढ़ ट्रेन हादसे में जिन यात्रियों की जान गई, वे आम नागरिक थे जो रोज़मर्रा की यात्रा कर रहे थे. इस घटना ने भारतीय रेलवे की सुरक्षा प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि रेलवे को तकनीकी सुधार, सिग्नलिंग सिस्टम और ड्राइवर ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान देना चाहिए ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों.

राज्य सरकार और रेलवे की संयुक्त कार्रवाई

छत्तीसगढ़ सरकार ने हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को संवेदना व्यक्त की और घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की. वहीं, रेलवे प्रशासन ने स्थानीय अस्पतालों में मेडिकल टीमें भेजीं और स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है.

रेल हादसे से मिले सबक: सिस्टम में सुधार की ज़रूरत

इस बिलासपुर ट्रेन हादसे ने यह साफ कर दिया है कि रेलवे सिस्टम में तकनीकी और मानवीय दोनों स्तरों पर सुधार की ज़रूरत है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि स्वचालित सिग्नलिंग सिस्टम (ATS) को सभी रूटों पर लागू किया जाए, तो इस तरह के हादसे काफी हद तक रोके जा सकते हैं. अब समय है कि यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए.

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छत्तीसगढ़ का बिलासपुर रेल हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि एक छोटी सी चूक कितनी बड़ी त्रासदी बन सकती है. रेलवे को अब सिर्फ जांच नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है ताकि किसी और बेगुनाह की जान इस तरह न जाए.


सवाल-जवाब (FAQ)

1. बिलासपुर रेल हादसे में कितने लोगों की मौत हुई?

अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि कई यात्री घायल हैं.

2. हादसे की वजह क्या बताई गई?

रेलवे के अनुसार, डेमू ट्रेन ने सिग्नल पार किया जिससे मालगाड़ी से टक्कर हुई.

3. घायलों को कितना मुआवज़ा दिया गया?

20 घायलों को 50-50 हजार रुपये और मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी.

4. कौन-कौन सी ट्रेनें रद्द की गईं?

बिलासपुर-कोरबा मेमू (68732), कोरबा-बिलासपुर मेमू (68731) और बिलासपुर-रायपुर मेमू (68719) ट्रेनें रद्द की गईं.

5. रेलवे ने कौन से हेल्पलाइन नंबर जारी किए?

बिलासपुर – 7777857335, 7869953330, चांपा – 8085956528, रायगढ़ – 9752485600, पेंड्रा रोड – 8294730162, कोरबा – 7869953330.


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