
रोहित शर्मा की कप्तानी – एक युग का अंत
भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई महान कप्तानों ने टीम का नेतृत्व किया है, लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी को हमेशा अलग दर्जा दिया जाएगा। हाल ही में चयन समिति ने बड़ा फैसला लेते हुए युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल को वनडे टीम का नया कप्तान नियुक्त किया, जिससे आधिकारिक रूप से रोहित शर्मा की कप्तानी का अध्याय समाप्त हो गया।
रोहित ने 2024 में कैरेबियाई विश्व कप जीतने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था और अब केवल 50 ओवर के प्रारूप में खेल रहे हैं। लेकिन कप्तानी छोड़ने के बावजूद उनके आंकड़े और उपलब्धियां उन्हें भारत का सबसे सफल वनडे कप्तान साबित करते हैं।
रोहित शर्मा की कप्तानी और जीत प्रतिशत
जब बात कप्तानी की होती है तो आंकड़े बहुत कुछ बयान करते हैं। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 56 वनडे मैच खेले, जिनमें से 42 में जीत हासिल हुई।
जीत प्रतिशत – 75%
टाई – 1 मैच
बेनतीजा – 1 मैच
इतिहास में कम से कम 50 वनडे में कप्तानी करने वालों में सिर्फ क्लाइव लॉयड (76.2%) ही रोहित से आगे हैं। इससे साफ होता है कि रोहित शर्मा की कप्तानी ने भारत को हर स्तर पर मजबूती दी।
रोहित शर्मा की कप्तानी और बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट
रोहित शर्मा की कप्तानी का सबसे बड़ा आकर्षण बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में उनकी सफलता रही।
एशिया कप 2018 – चैंपियन
एशिया कप 2023 – चैंपियन
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 – चैंपियन
विश्व कप 2023 – उपविजेता
इन टूर्नामेंटों में भारत ने उनकी अगुवाई में 27 मैच खेले, जिनमें से 24 जीते। यानी सफलता दर रही 88.8%। यह किसी भी कप्तान के लिए एक रिकॉर्ड है और बताता है कि क्यों रोहित शर्मा की कप्तानी विशेष है।
बल्लेबाज़ी पर असर – रोहित शर्मा की कप्तानी में नया अंदाज़
अक्सर कप्तानी बल्लेबाज़ी पर दबाव डाल देती है, लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी में ठीक उल्टा हुआ।
बतौर कप्तान बल्लेबाज़ी औसत – 47.85
स्ट्राइक रेट – 88.42
स्ट्राइक रेट में 23.55 का उछाल
रोहित ने दिखाया कि रोहित शर्मा की कप्तानी केवल टीम तक सीमित नहीं रही, बल्कि उनकी व्यक्तिगत बल्लेबाज़ी का स्तर भी ऊपर गया।
रोहित शर्मा की कप्तानी – खास उपलब्धियां
1. 50+ औसत और 100+ स्ट्राइक रेट का डबल – पूरी दुनिया में सिर्फ रोहित शर्मा और एबी डिविलियर्स ही यह कर पाए।
2. दोहरा शतक बतौर कप्तान – मोहाली (2017) में श्रीलंका के खिलाफ 208* रन।
3. विश्व कप 2023 में 597 रन – किसी भी कप्तान का टूर्नामेंट में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर।
4. लगातार 10 जीत का रिकॉर्ड – 2023 विश्व कप में भारत की शानदार लय।
5. एशिया कप में 9 जीत – सबसे सफल कप्तानों की सूची में शीर्ष पर।
यह उपलब्धियां बताती हैं कि क्यों रोहित शर्मा की कप्तानी भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अध्याय के रूप में दर्ज है।
2023 – रोहित शर्मा की कप्तानी का स्वर्णिम साल
रोहित शर्मा की कप्तानी का सबसे यादगार साल 2023 रहा।
कुल रन – 1255
स्ट्राइक रेट – 117.07
यह रिकॉर्ड पहले सिर्फ़ ब्रेंडन मैकुलम और एबी डिविलियर्स जैसे दिग्गजों ने बनाया था।
इस साल उन्होंने कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों में खुद को साबित किया और दिखा दिया कि रोहित शर्मा की कप्तानी क्यों खास है।
बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में बल्लेबाज़ी
रोहित शर्मा की कप्तानी में बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में उनका बल्ला भी खूब बोला।
कुल रन – 1288
औसत – 56
स्ट्राइक रेट – 109.80
इतिहास में केवल सौरव गांगुली (61.42) का औसत रोहित से बेहतर है। इस प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित किया कि रोहित शर्मा की कप्तानी भारतीय क्रिकेट की सबसे मजबूत नींव थी।
क्यों खास रही रोहित शर्मा की कप्तानी?
टीम को आक्रामक पहचान दी।
बड़े टूर्नामेंटों में आत्मविश्वास बढ़ाया।
युवाओं को मौके देकर भविष्य की नींव रखी।
खुद सामने से नेतृत्व किया।
यानी हर मायने में रोहित शर्मा की कप्तानी भारत के लिए गेम-चेंजर रही।
शुभमन गिल – नई शुरुआत
अब बारी है शुभमन गिल की। चयन समिति ने उन्हें भारत का अगला वनडे कप्तान चुना है।
युवा जोश और निरंतर प्रदर्शन उनकी ताकत है।
वे रोहित शर्मा की कप्तानी से मिली सीख को आगे ले जाएंगे।
क्रिकेट जगत की नजर अब गिल की कप्तानी पर होगी।
रोहित शर्मा की कप्तानी ने भारत को 75% जीत प्रतिशत, एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी की जीत, और विश्व कप 2023 का यादगार सफर दिया। वह भारत के सबसे सफल वनडे कप्तान के रूप में याद किए जाएंगे।
अब यह जिम्मेदारी शुभमन गिल के कंधों पर है। लेकिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में रोहित शर्मा की कप्तानी हमेशा एक सुनहरा अध्याय बनकर दर्ज रहेगी।
