Sunday, July 20, 2025
spot_img

झोलाछाप डॉक्टर से भू-माफिया बना प्रहलाद सिंह पटेल—दस्यु संरक्षण में खड़ी की अकूत संपत्ति, कब होगी जांच






संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

दस्यु प्रभाव और जनपद चित्रकूट की सच्चाई

बुंदेलखंड के पिछड़े जिलों में गिने जाने वाले चित्रकूट की बीहड़ धरती कभी दस्युओं के खौफ से कांपती थी। यहां की राजनीति, समाज व्यवस्था और सत्ता परिवर्तन तक पर बीहड़ के फरमानों का असर रहा है। पुलिस, प्रशासन और जनता सब उस समय की दस्यु सत्ता के आगे नतमस्तक दिखाई देते थे।

इन्हीं दस्युओं को संरक्षण देने वाले कुछ लोगों ने खुद को धन, सत्ता और प्रभाव से मालामाल कर लिया।

इसी कड़ी में सबसे चर्चित नाम है—प्रहलाद सिंह पटेल।

झोलाछाप डॉक्टर से ‘दबंग भू-माफिया’ बनने का सफर

एक समय ददुआ गैंग का सक्रिय सहयोगी रह चुका प्रहलाद सिंह पटेल झोलाछाप डॉक्टर के रूप में कुख्यात रहा। जब भी किसी दस्यु को गोली लगती या इलाज की ज़रूरत पड़ती, यही व्यक्ति बिना किसी डिग्री-डिप्लोमा के उनका इलाज करता और पुलिस को गुमराह करता।

प्रहलाद की दस्यु संपर्कों से मिली छूट ने उसे पुलिस कार्रवाई से बार-बार बचा लिया।

Read  7 महीनों में 25 शादियां करने वाली इस दुल्हन के कारनामे आपको हैरान कर देगा

सूत्रों के अनुसार, उसने प्रसिद्ध डकैत बुद्धा नाई की हत्या में भी भूमिका निभाई थी, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। इसी के चलते उसके दो भाइयों को पुलिस में भर्ती कराया गया, लेकिन प्रहलाद ने खुद नौकरी छोड़ दी।

अब वही प्रहलाद सिंह पटेल आज ‘भू-माफिया’ बन चुका है, जो ग्रामसभा की सार्वजनिक ज़मीनों पर कब्जा करके अवैध निर्माण कार्य करवा रहा है।

📍ताजा मामला मानिकपुर रूरल के कपरिहा नाला की ज़मीन का है, जहां उसने तारबंदी कर पौधे लगवा दिए हैं और जमीन को अपनी घोषित कर लिया है।

‘बेटे बाप से दो कदम आगे’—पंकज और नारायण की आपराधिक दास्तान

प्रहलाद सिंह पटेल की अपराधिक विरासत उसके बेटों ने न केवल संभाली बल्कि और विस्तार भी दिया।

पंकज सिंह, एक गांव की महिला के साथ दुष्कर्म के मामले में जेल की सजा काट चुका है। जेल से छूटने के बाद उसने एलएलबी की और वकालत शुरू कर दी। हालांकि, शिकायतों के चलते अब वकालत से दूरी बना ली है, लेकिन मानिकपुर तहसील परिसर में उसकी उपस्थिति नियमित रहती है।

Read  इतना लंबा गांव, 75 टोले, पांच रेलवे स्टेशन ; सड़क नहीं, नेटवर्क नहीं, लेकिन वोट हैं हजारों

वहीं, दूसरा बेटा एडवोकेट नारायण सिंह, धोखाधड़ी और जालसाजी के मामलों में घिरा है। फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर वरासत के कागजात तैयार किए, जिसकी जांच तत्कालीन उपजिलाधिकारी ने की और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया।

इसे भी पढें- मानिकपुर कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक संपन्न, त्योहारों को लेकर लिया गया सुरक्षा का संकल्प

➡️ गिरफ्तारी के डर से नारायण सिंह उच्च न्यायालय से अरेस्ट स्टे लेकर अब खुलेआम घूम रहा है और वकालत भी कर रहा है।

प्रेम विवाह की आड़ में जमीनों पर कब्जे का षड्यंत्र

नारायण सिंह ने अनुसूचित जनजाति की एक लड़की से प्रेम विवाह कर लिया, लेकिन अब यह प्रेम विवाह जमीन हथियाने के एक सुनियोजित षड्यंत्र के रूप में उभरकर सामने आ रहा है।

नारायण सिंह ने अपनी पत्नी के नाम पर अनुसूचित जाति/जनजाति के गरीब लोगों की जमीनें खरीदनी शुरू कीं। दबंगई और भय का माहौल बनाकर, ये निर्दोष लोग अपनी जमीनें बेचने को मजबूर हो गए।

Read  लिस्ट में खेल, सिलेंडर में ठेल – उज्ज्वला में खुला भ्रष्टाचार का सच

यह भी पढें- ग्राम सभा की ज़मीन पर दबंग भू-माफिया का कब्ज़ा: विद्यालय निर्माण में धांधली, खेती और प्लाटिंग जारी, प्रशासन मौन क्यों?

प्रशासन की चुप्पी: डर या साठगांठ…?

यह गंभीर विषय प्रशासन की निष्क्रियता और संभावित सांठगांठ की ओर इशारा करता है। जब एक झोलाछाप डॉक्टर दस्युओं के बल पर करोड़ों की संपत्ति बना ले, उसके बेटे आपराधिक मामलों में नामित होकर भी आज़ाद घूमते रहें, और सार्वजनिक जमीनें खुलेआम कब्जाई जाएं—तो प्रशासनिक चुप्पी सवालों के घेरे में आना लाजमी है।

✅ मुख्य सवाल

  • क्या जिला प्रशासन और खुफिया एजेंसियां इस गंभीर प्रकरण की निष्पक्ष जांच करेंगी?
  • क्या इन भूमाफियाओं से गरीबों की छीनी गई जमीनें वापस दिलाई जाएंगी?
  • क्या अब भी चित्रकूट दस्यु संस्कृति के प्रभाव में जी रहा है?

🔴 यह सिर्फ एक कहानी नहीं, एक व्यवस्था पर सवाल है। यदि जांच नहीं हुई, तो यह चुप्पी अपराधियों को और भी साहसी बनाएगी।

📝 अपनी राय दें



Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,400SubscribersSubscribe

स्कूल बंद करने के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी का हल्ला बोल, बच्चों-अभिभावकों संग गेट पर धरना

आजमगढ़ में आम आदमी पार्टी का शिक्षा बचाओ आंदोलन तेज, प्राथमिक विद्यालय पल्हनी को बंद करने के फैसले के विरोध में बच्चों-अभिभावकों संग जोरदार...

लायंस क्लब आज़मगढ़ की नई कार्यकारिणी गठित, ओम प्रकाश बने अध्यक्ष

लायंस क्लब आज़मगढ़ की नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। ओम प्रकाश अग्रवाल बने अध्यक्ष। पर्यावरण संरक्षण हेतु 15 अगस्त तक पौधरोपण अभियान चलाने का...
- Advertisement -spot_img
spot_img

विधवा की पुकार: “मुझे मेरी ज़मीन लौटा दो” — दबंगों से त्रस्त महिला न्याय के लिए दर-दर भटक रही

चित्रकूट के मानिकपुर की विधवा महिला न्याय के लिए गुहार लगा रही है। दबंगों द्वारा ज़मीन कब्जाने की कोशिश, फसल कटवाने का आरोप और...

हर बार वही शिकायत! तो किस काम के अधिकारी?” – SDM ने लगाई फटकार

चित्रकूट के मानिकपुर तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में उपजिलाधिकारी मो. जसीम ने अधिकारियों को दो टूक कहा—"जनशिकायतों का शीघ्र समाधान करें,...