
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : लखनऊ में रची गई साजिश
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में धर्मांतरण का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में सामने आया कि राजधानी में जहां पहले छांगुर बाबा का धर्मांतरण नेटवर्क सक्रिय था, वहीं अब मैथ्यूज नाम का शख्स पिछले दस साल से बड़े पैमाने पर लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कर रहा था। यह गिरोह लोगों को मुफ्त घर, इलाज और आर्थिक लाभ का लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाता था।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : मोहनलालगंज, निगोहां और गोसाईगंज तक फैला नेटवर्क
पुलिस जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण का बड़ा खुलासा सिर्फ लखनऊ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नेटवर्क मोहनलालगंज, निगोहां और गोसाईगंज जैसे इलाकों में भी जड़ें जमा चुका है। इन जगहों पर गिरोह के लोग ग्रामीण और पिछड़े समुदायों को टारगेट कर रहे थे। लालच देकर उन्हें हिंदू रीति-रिवाज छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए तैयार किया जाता था।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : महिलाओं को बनाया निशाना
इस धर्मांतरण के बड़े खुलासे में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि कई महिलाएं इस लालच और प्रलोभन में आकर अपना सिंदूर तक पोंछने लगीं और ‘जय ईसा-मसीह’ कहने लगीं। धीरे-धीरे वे पूरी तरह हिंदू रीति-रिवाजों से अलग होकर ईसाई धर्म का पालन करने लगीं।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : बख्तौरी खेड़ा गांव बना केंद्र
लखनऊ-रायबरेली हाईवे पर निगोहां इलाके के बख्तौरी खेड़ा गांव में इस धर्मांतरण का बड़ा खुलासा हुआ। गांव का एक साधारण मजदूर मलखान 2015 में ईसाई धर्म अपना चुका था। इसके बाद उसने अपनी पत्नी और बेटों का भी धर्मांतरण करा दिया। खास बात यह है कि मलखान ने अपने खेतों के बीच एक विशाल हाल बनवाया, जिसे यीशु की प्रार्थना सभा स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : मलखान बना नेटवर्क का हिस्सा
धर्मांतरण के बड़े खुलासे के अनुसार मलखान ने मैथ्यू नामक एक पादरी तैयार किया, जिसने ग्रामीणों को सभा में शामिल होने के लिए प्रेरित करना शुरू किया। धीरे-धीरे गिरोह ने बीमारियों से छुटकारा, मुकदमों में जीत और आर्थिक लाभ देने का लालच देकर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : लालच का पूरा खेल
जांच में सामने आया है कि इस गिरोह द्वारा लोगों को मुफ्त घर, राशन, इलाज और आर्थिक सहायता दी जाती थी। इस धर्मांतरण के बड़े खुलासे में यह भी पाया गया कि ग्रामीणों को यह विश्वास दिलाया जाता था कि ईसाई धर्म अपनाने से उनकी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : गांव-गांव में फैल रही खबर
अब हालत यह है कि गांव-गांव में यह बातें फैल रही हैं कि बख्तौरी खेड़ा समेत कई इलाकों में लगभग 50 प्रतिशत से अधिक लोग ईसाई धर्म अपना चुके हैं। इस धर्मांतरण के बड़े खुलासे ने स्थानीय समुदाय के बीच गहरा तनाव पैदा कर दिया है।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : पुलिस और प्रशासन की जांच
पुलिस और प्रशासनिक एजेंसियों ने इस धर्मांतरण के बड़े खुलासे को गंभीरता से लिया है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि यह नेटवर्क बेहद संगठित और सुनियोजित तरीके से काम कर रहा है। इसका असली मकसद धार्मिक सद्भाव और सामाजिक एकता को तोड़ना है।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने कहा है कि उन्हें ऐसे प्रलोभनों से सावधान रहना होगा। उनका कहना है कि यदि कहीं जबरन या लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है, तो तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचना दी जानी चाहिए। इस धर्मांतरण के बड़े खुलासे पर सामाजिक संगठनों ने भी प्रतिक्रिया दी है। वे धार्मिक स्वतंत्रता का समर्थन तो करते हैं, लेकिन जबरदस्ती और धोखाधड़ी के खिलाफ कड़ा विरोध जताते हैं।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : पुलिस की सख्त चेतावनी
लखनऊ पुलिस ने साफ कहा है कि इस धर्मांतरण के बड़े खुलासे के बाद मामले की गहन जांच की जाएगी। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां समाज में असंतोष और अशांति फैलाती हैं। इसलिए कठोर कार्रवाई की जाएगी, ताकि सामाजिक सौहार्द और शांति बनी रहे।
धर्मांतरण का बड़ा खुलासा : नतीजा और सबक
लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में हुए इस धर्मांतरण के बड़े खुलासे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि संगठित गिरोह किस तरह गरीब और पिछड़े वर्ग को निशाना बनाकर उन्हें धार्मिक जाल में फंसा रहे हैं। ऐसे मामलों से समाज को सतर्क रहना होगा। प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि समय रहते सख्ती बरतकर इन गतिविधियों को रोके, ताकि समाज में भाईचारा और एकता बनी रहे।
