
बारिश का अलर्ट : दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तर भारत तक झमाझम बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बारिश का अलर्ट दिल्ली-एनसीआर में लगातार मौसम बदलने का कारण बन रहा है। राजधानी में मॉनसून की आधिकारिक विदाई हो चुकी है, लेकिन आसमान से बरसात का सिलसिला खत्म नहीं हुआ। दशहरा के मौके पर कई जगहों पर रावण दहन बारिश की वजह से प्रभावित हुआ।
IMD के अनुसार, आज दिल्ली-एनसीआर में बादलों का डेरा बना रहेगा। पूरे दिन बादलों की आवाजाही होगी और हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। वहीं, 6 अक्टूबर को राजधानी में झमाझम बारिश का पूर्वानुमान है, जिससे यातायात और सार्वजनिक कार्यक्रमों में बाधा आ सकती है।
बारिश का अलर्ट उत्तर प्रदेश : पूर्वी और पश्चिमी यूपी में भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान
बारिश का अलर्ट उत्तर प्रदेश के लिए भी गंभीर है। मौसम विभाग के अनुसार, आज बलिया, देवरिया, कुशीनगर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, गोरखपुर, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर जैसे जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
इसके अलावा, 5 से 7 अक्टूबर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है। इस दौरान किसानों को धान की खेती में फायदा हो सकता है, लेकिन निचले इलाकों में जलभराव से आम जनता परेशान हो सकती है।
बारिश का अलर्ट बिहार: कई जिलों में रेड अलर्ट जारी, गंगा का जलस्तर बढ़ने का खतरा
बारिश का अलर्ट बिहार में फिर से मुसीबत लेकर आया है। भारतीय मौसम विभाग ने मधुबनी, दरभंगा और वैशाली जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा, मुजफ्फरपुर, सारण, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, समस्तीपुर, पटना, सीवान, गोपालगंज और सुपौल में भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
नतीजतन, गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ने का खतरा है। इससे कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है और सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
बारिश का अलर्ट जम्मू-कश्मीर: 7 अक्टूबर तक खराब मौसम, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी संभव
बारिश का अलर्ट जम्मू-कश्मीर में भी जारी किया गया है। मौसम विभाग ने 7 अक्टूबर तक यहां खराब मौसम रहने की चेतावनी दी है। खासतौर से ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
इसके साथ ही उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों के लिए 6 अक्टूबर को ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। बर्फबारी से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं सड़क यातायात और स्थानीय लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो सकती है।
बारिश का अलर्ट हिमाचल प्रदेश: ऊना से लेकर लाहौल-स्पीति तक भारी बारिश और बर्फबारी
बारिश का अलर्ट हिमाचल प्रदेश में भी मौसम को करवट लेने पर मजबूर कर रहा है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए यहां भारी बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई है।
5 अक्टूबर को ऊना, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और मंडी में भारी वर्षा और चोटियों पर बर्फबारी का येलो अलर्ट है। जबकि 6 अक्टूबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और लाहौल-स्पीति में बहुत भारी बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश का अलर्ट देशभर : मौसम बदलने की बड़ी वजह क्या है?
बारिश का अलर्ट पूरे देश में इसलिए जारी किया जा रहा है क्योंकि इस समय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से उठी नमी भरी हवाएं भी उत्तर भारत तक पहुंच रही हैं।
इन दोनों के मेल से देश के अधिकांश हिस्सों में अचानक बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। हालांकि यह बारिश खेती के लिए लाभकारी है, लेकिन शहरी इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ा रही है।
बारिश का अलर्ट और जनता की सावधानियां: क्या करना जरूरी है?
बारिश का अलर्ट आने के बाद आम जनता को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
अनावश्यक यात्रा से बचें।
बारिश के दौरान पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की संभावना रहती है, इसलिए सतर्क रहें।
जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें।
खुले तारों और बिजली उपकरणों से सावधानी बरतें।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए गर्म कपड़े व आवश्यक दवाइयों का इंतजाम रखें।
बारिश का अलर्ट त्योहारों पर असर: दशहरा और नवरात्र के कार्यक्रम प्रभावित
बारिश का अलर्ट त्योहारों की रौनक पर भी असर डाल रहा है। दिल्ली-एनसीआर और यूपी-बिहार में दशहरा और रावण दहन कार्यक्रम प्रभावित हुए। वहीं, आने वाले दिनों में दुर्गापूजा और दशहरा मेले पर भी इसका असर दिख सकता है।
बारिश की वजह से बड़े पंडालों और मेलों में लोगों की आवाजाही कम हो सकती है, जिससे आयोजकों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
बारिश का अलर्ट नतीजतन राहत भी और मुसीबत भी
बारिश का अलर्ट पूरे देश में एक साथ राहत और परेशानी दोनों लेकर आया है। किसानों को यह बारिश वरदान साबित हो रही है, लेकिन शहरी इलाकों में यह मुसीबत बढ़ा रही है।
स्पष्ट है कि आने वाले 5 से 7 अक्टूबर तक मौसम का मिजाज बिगड़ा रहेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना होगा और प्रशासन को भी राहत व बचाव कार्यों के लिए तैयार रहना चाहिए।।
