उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में देवर की अजीब मांग पर भाभी ने जिला अस्पताल से नवजात शिशु चोरी कर लिया। पुलिस ने 18 घंटे में बच्चे को सकुशल बरामद कर मामले का किया खुलासा।
अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया। यहां एक महिला ने अपने देवर की मांग पूरी करने के लिए जिला अस्पताल से नवजात शिशु चोरी कर लिया। सौभाग्यवश, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 18 घंटे के भीतर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और आरोपी महिला व उसके देवर को जेल भेज दिया।
घटनाक्रम का विस्तार
घटना 27 जून की सुबह लगभग 8 बजे की है, जब लोढ़ी स्थित जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड से एक नवजात शिशु के गायब होने की सूचना मिली। इससे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अस्पताल प्रशासन और पुलिस हरकत में आए और CCTV फुटेज खंगाले गए।
फुटेज में एक काली साड़ी पहने महिला को नवजात के साथ वार्ड से बाहर जाते हुए देखा गया। इसी आधार पर पुलिस ने चार टीमें गठित कर जांच शुरू की।
आरोपी महिला की पहचान और योजना
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी महिला का नाम ममता पत्नी जमुना है, जो ग्राम रामपुर, थाना रामपुर बरकोनिया की निवासी है। अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के अनुसार, महिला अपने पति की मृत्यु के बाद अपने देवर के साथ रहती थी।
महिला की नसबंदी हो चुकी थी, इसलिए वह स्वयं संतान उत्पन्न नहीं कर सकती थी। इसी बीच उसका देवर उससे पत्नी के रूप में स्वीकार करने के लिए नवजात बच्चे की शर्त रखता है। इस दबाव में आकर महिला ने जिला अस्पताल में बीमारी का बहाना बनाकर कई दिन तक चक्कर काटे और एक प्रसूता से दोस्ती कर ली।
जब सोमवार की सुबह प्रसूता बेडशीट बदल रही थी, तभी ममता ने मौका पाकर नवजात को चुरा लिया और अपने गांव चली गई।
पुलिस की तत्परता और सफलता
एसपी अशोक कुमार मीणा के नेतृत्व में चार पुलिस टीमों ने तेज़ी से काम किया और 18 घंटे के भीतर नवजात को बरामद कर लिया।
इस दौरान आरोपी महिला और उसके देवर दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की इलाके में सराहना हो रही है।
यह घटना न केवल अपराध की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि समाज में व्याप्त महिला शोषण और पारिवारिक दबाव की भयावह तस्वीर भी पेश करती है। सौभाग्य की बात है कि पुलिस ने समय रहते नवजात को सुरक्षित वापस लाकर एक बड़ा हादसा टाल दिया।