हिमांशु मोदी की रिपोर्ट
कैसे रचा गया था हनी ट्रैप का पूरा जाल
मामला तब उजागर हुआ जब आबिद निवासी हाजिवास और जाहिद निवासी खादरीवास नाम के दो युवकों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। दोनों युवक क्रिकेट मैच देखने के लिए तिलकपुरी जा रहे थे। रास्ते में उनके जानकार मुजाहिद ने फोन कर उन्हें अमरुका सोमका रोड पर बुलाया। जब वे वहां पहुंचे, तो मुजाहिद के साथ ताहिर, भूरा, शैलेश और दो अन्य महाराष्ट्र के युवक मौजूद थे। आरोपियों ने दोनों को बहाने से जंगल की ओर ले जाया और वहीं पर हनी ट्रैप का खेल शुरू हुआ। दोनों के साथ मारपीट की गई, उन्हें रस्सियों से बांध दिया गया और फिर शैलेश ने अपनी गर्लफ्रेंड आरसीदा निवासी नांगल थाना कैथवाड़ा को फोन कर मौके पर बुलाया। आरसीदा ने दोनों युवकों के पास बैठकर आपत्तिजनक फोटोफोटो खींचकर दी गैंगरेप में फंसाने की धमकी इसके बाद आरोपियों ने दोनों युवकों को धमकाया कि वे उन्हें गैंगरेप केस में फंसा देंगे। डर के माहौल में उन्होंने 5 लाख रुपये की मांग की। बाद में सौदा 2 लाख रुपये में तय हुआ। युवकों ने अपने रिश्तेदार साजिद से संपर्क किया, जिसने पुलिस अधिकारी बनकर बात करने वाले आरोपियों को 2 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद पीड़ितों को छोड़ा गया, लेकिन उनका मोबाइल और बाइक छीन ली गई।डीग पुलिस ने हनी ट्रैप गैंग का किया पर्दाफाश
जैसे ही पुलिस को एफआईआर की जानकारी मिली, डीएसटी टीम और थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। मिस्सर की कुइया इलाके में बाइक से भाग रहे तीनों आरोपियों — ताहिर, शैलेश और आरसीदा को गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी में उनके पास से 4 मोबाइल फोन और 37 हजार रुपये बरामद किए गए। इस हनी ट्रैप गैंग का नेटवर्क दूर-दराज तक फैला हुआ था।लड़की करती थी प्रेम प्रसंग, साथी करते थे ब्लैकमेल
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरसीदा ही इस पूरे हनी ट्रैप गैंग की मुख्य सदस्य थी। वह फोन पर अनजान युवकों से बात करती और उन्हें अपने प्रेमजाल में फंसाती थी। फिर जंगल में बुलाकर अवैध संबंध बनाने का झांसा देती थी। जैसे ही युवक उसके साथ आपत्तिजनक स्थिति में होता, बाकी आरोपी वहां पहुंच जाते और उसे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठते थे।पुलिस ने जारी की चेतावनी
एडिशनल एसपी महेश मीणा ने कहा कि आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं और इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि हनी ट्रैप गैंग आम लोगों को प्रेम प्रसंग के जाल में फंसाकर लाखों रुपये वसूल रहे थे। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सावधानी जरूरी है। इस केस ने साफ कर दिया है कि हनी ट्रैप अब संगठित अपराध का रूप ले चुका है, जिसमें महिलाओं और पुरुषों की पूरी टीम शामिल होती है। पुलिस ने इस गैंग को पकड़कर एक बड़ी राहत दी है।हनी ट्रैप मामले से मिले सबक
1. किसी अनजान व्यक्ति से ऑनलाइन या फोन पर नजदीकी न बढ़ाएं।2. जंगल, सुनसान या अज्ञात जगह पर मिलने न जाएं।
3. किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
4. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
5. यदि कोई ब्लैकमेल करे, तो डरें नहीं — तुरंत कानून की मदद लें।
हनी ट्रैप की बढ़ती घटनाओं से चिंतित प्रशासन
डीग पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में युवकों को फंसाने का तरीका लगभग एक जैसा होता है। पहले लड़की प्रेम जाल में फंसाती है, फिर साथी मिलकर ब्लैकमेल करते हैं। समाज में जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा समाधान है।क्लिक करें और जानें सवालों के जवाब (FAQ)
डीग जिले के कैथवाड़ा थाना क्षेत्र के मिस्सर की कुइया के पास तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
लड़की आरसीदा अनजान युवकों को प्रेम प्रसंग में फंसाती थी और जंगल में बुलाकर अपने साथ आपत्तिजनक फोटो खिंचवाती थी, जिसके बाद साथी ब्लैकमेल करते थे।
आरोपियों ने दोनों पीड़ितों से 2 लाख रुपये वसूल किए और उन्हें धमकाकर छोड़ दिया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों — ताहिर, शैलेश और आरसीदा को गिरफ्तार कर 4 मोबाइल और 37 हजार रुपये बरामद किए हैं।
अनजान व्यक्ति से प्रेम या मुलाकात के झांसे में न आएं, व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें और किसी भी संदिग्ध घटना की तुरंत सूचना पुलिस को दें।
©समाचार दर्पण24। रिपोर्ट- हिमांशु मोदी | डीग | कैथवाड़ा थाना | हनी ट्रैप न्यूज









