📍 धर्मेन्द्र कुमार की रिपोर्ट
बांदा समाचार: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में SDM और लेखपाल विवाद ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को हिला दिया है। नरैनी तहसील के चकबंदी कार्यालय में तैनात लेखपाल विकास सिंह ने SDM अमित शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने अवैध निर्माण की रिपोर्ट अपने अनुसार न लगाने पर उन्हें बंधक बनाकर पीटा और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। सोशल मीडिया पर विवाद का वीडियो वायरल होने के बाद ADM वित्त एवं राजस्व धर्मेन्द्र कुमार ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।
लेखपाल का आरोप – डेढ़ घंटे तक रखा बंधक, जबरन रिपोर्ट लिखवाई
लेखपाल विकास सिंह ने बताया कि 29 अक्टूबर को पथरा गांव में अवैध निर्माण की शिकायत आई थी। जब उन्होंने रिपोर्ट में निर्माण को अवैध बताया, तो SDM अमित शुक्ला नाराज हो गए। विकास सिंह के अनुसार, “उन्होंने मुझे कमरे में बुलाया, गालियां दीं और धमकाते हुए कहा – ‘इतने जूते मारूंगा कि गंजे हो जाओगे।’ उन्होंने मेरा मोबाइल छीन लिया और डेढ़ घंटे तक बंधक बनाकर रखा।”
विकास सिंह का कहना है कि इस दौरान जबरन रिपोर्ट बदलवाने का प्रयास किया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब अधिकारियों द्वारा इस तरह का दबाव बनाया गया हो। चकबंदी विभाग के कर्मचारियों में इस घटना के बाद गहरा आक्रोश फैल गया है और उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
SDM ने लगाए आरोपों को झूठा बताया – कहा, बदनाम करने की साजिश
वहीं, SDM अमित शुक्ला ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि लेखपाल विकास सिंह अपने सरकारी दायित्वों का सही से पालन नहीं कर रहे थे। SDM का कहना है, “मैंने केवल उनसे पूछा था कि रिपोर्ट गलत क्यों लगाई गई। उनके सारे आरोप पूरी तरह झूठे और निराधार हैं। यह मुझे बदनाम करने की कोशिश है।”
उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कामकाज में पारदर्शिता बनाए रखना जरूरी है, लेकिन कुछ कर्मचारी अपनी गलती छिपाने के लिए झूठे आरोप लगाने लगते हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ फैलाया जा रहा वीडियो भी संपादित (edited) है और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
ADM धर्मेन्द्र कुमार ने दिए जांच के आदेश
ADM (वित्त एवं राजस्व) धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि यह मामला अब चकबंदी विभाग और जिला प्रशासन दोनों स्तरों पर जांच के अधीन है। उन्होंने कहा, “मामला पथरा गांव का है, जो आबादी क्षेत्र में आता है। ऐसे मामलों पर चकबंदी विभाग को कार्रवाई नहीं करनी चाहिए थी, इसलिए संबंधित नोटिस वापस ले लिया गया है।”
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की जांच की जाएगी और निष्कर्ष आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल प्रशासन ने सभी कर्मचारियों से संयम बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
जिले में मचा हड़कंप, कर्मचारियों में रोष
इस घटना के बाद पूरे बांदा जिले के सरकारी कर्मचारियों में आक्रोश है। चकबंदी विभाग के कर्मचारियों ने SDM के खिलाफ प्रदर्शन कर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि कई बार अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर काम करवाया जाता है, जिससे सरकारी तंत्र की साख पर सवाल उठते हैं।
बांदा SDM विवाद अब पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर #BandaSDM #LekhpalVivad #BandaNews जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग प्रशासनिक पारदर्शिता और अधिकारियों के व्यवहार पर सवाल उठा रहे हैं।
प्रशासन की अपील – अफवाहों पर न दें ध्यान
बांदा प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और किसी निर्दोष को नुकसान नहीं पहुंचेगा। अधिकारियों ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इस बीच जनता से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच रिपोर्ट का इंतजार करें।
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बांदा SDM और लेखपाल विवाद क्या है?
यह विवाद तब शुरू हुआ जब लेखपाल विकास सिंह ने अवैध निर्माण की रिपोर्ट लगाई और SDM अमित शुक्ला ने कथित रूप से उन्हें रिपोर्ट बदलने का दबाव डाला।
लेखपाल विकास सिंह ने क्या आरोप लगाए?
लेखपाल ने आरोप लगाया कि SDM ने उन्हें डेढ़ घंटे तक बंधक बनाकर रखा, गालियां दीं और रिपोर्ट जबरन बदलवाने की कोशिश की।
SDM अमित शुक्ला का क्या कहना है?
SDM ने कहा कि सारे आरोप झूठे और निराधार हैं तथा यह उन्हें बदनाम करने की कोशिश है।
ADM धर्मेन्द्र कुमार ने क्या कार्रवाई की?
ADM (वित्त एवं राजस्व) धर्मेन्द्र कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं और कहा कि दोनों पक्षों की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
क्या सोशल मीडिया पर विवाद का वीडियो वायरल हुआ?
हाँ, सोशल मीडिया पर विवाद का वीडियो तेजी से वायरल हुआ है और अब यह प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।









