एनटीपीसी सीपत में 1 जुलाई 2025 को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर भव्य आयोजन किया गया, जिसमें डॉक्टरों को सम्मानित किया गया और चिकित्सा सेवाओं के विस्तार को लेकर विचार-विमर्श हुआ।
हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
हर वर्ष 1 जुलाई को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस इस बार भी एनटीपीसी सीपत में पूरे सम्मान और गरिमा के साथ मनाया गया। यह दिन भारत रत्न डॉ. बिधान चंद्र रॉय की स्मृति में मनाया जाता है, जो न केवल एक महान चिकित्सक थे, बल्कि पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में भी देश की सेवा कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि उनका जन्म और निधन दोनों इसी दिन हुआ था।
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इस विशेष अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (प्रचालन व अनुरक्षण) श्री अनिल शंकर शरण ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भवनीश समन और उनकी समर्पित टीम को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने डॉक्टरों को “ईश्वर का दूसरा रूप” बताते हुए कहा कि मानव जीवन के हर मोड़ पर डॉक्टर की आवश्यकता होती है और वे सदैव सेवा के लिए तत्पर रहते हैं।
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साथ ही, उन्होंने डॉ. बी.सी. रॉय के प्रेरणादायी जीवन और उनके सामाजिक योगदान को याद किया। उन्होंने एनटीपीसी सीपत अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं की भी प्रशंसा की और डॉ. समन द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों की सराहना की।
कार्यक्रम में यह भी चर्चा हुई कि अस्पताल में पहले से मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं को किस तरह और बेहतर बनाया जा सकता है। डॉ. भवनीश समन ने बताया कि मरीजों की सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए निरंतर सेवाओं को उन्नत किया जा रहा है।
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इस अवसर पर श्री विकास खरे, महाप्रबंधक (इंजीनियरिंग) ने भी डॉक्टरों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उनके योगदान की सराहना की। साथ ही श्री जयप्रकाश सत्यकाम, विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन) की उपस्थिति में एनटीपीसी सीपत अस्पताल में कार्यरत सभी डॉक्टरों को उनके निरंतर योगदान के लिए अंगवस्त्र व प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
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कार्यक्रम का समापन सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुआ जहां चिकित्सा सेवा के प्रति समर्पित डॉक्टरों की भूमिका को सराहते हुए, उनके स्वास्थ्य और ऊर्जा की कामना की गई। इस अवसर ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि डॉक्टर समाज की वह मजबूत कड़ी हैं, जिनके बिना स्वस्थ समाज की कल्पना अधूरी है।